विचार करने योग्य: क्या आडवाणी जी को सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान का हक है?
पूरी देशवासियों की धाराओं में
भारत रत्न, देश का सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान, व्यक्तिगत और सामाजिक क्षेत्रों में अग्रणी कार्यों के लिए प्रदान किया जाता है। लालकृष्णआडवाणी, भारतीय राजनीति के उदाहरण माने जाने वाले नेता हैं, जिन्होंने अपने उद्दीपक और कठिनाईयों के साथ युगों तक सेवा की है।क्या ऐसे एक व्यक्ति को भारत रत्न से सम्मानित करना उचित होगा, यह एक राष्ट्रीय चर्चा का विषय बन चुका है।
उपाधि की कड़ी मेहनत:
लालकृष्ण आडवाणी ने भारतीय राजनीति में एक लम्हे के लिए नहीं, बल्कि दशकों तक अपनी मेहनत और समर्पण से देश को सेवा कीहै। उन्होंने भाजपा के सहस्थापक रूप में अपनी पहचान बनाई और अपनी नेतृत्व में दल को नए उच्चाधिकारियों तक पहुंचाया।आडवाणी जी का योगदान भारतीय राजनीति में विशेष महत्वपूर्ण है और उन्हें इसके लिए सम्मानित किया जाना चाहिए, यह बहुत लोगोंका मानना है।
उम्मीदों और विरोध की बातें:
हाल ही में भारत रत्न के लिए आवेदन देने की घोषणा ने एक नई बहस की शुरुआत की है। आडवाणी जी के पक्ष से इस विरोध में यहबात कही जा रही है कि उनको सिर्फ समर्थन का हक है, बल्कि समर्थन और सम्मान भी। कुछ लोग इसे एक राजनीतिक परंपरागतप्रचलन मान सकते हैं, जबकि दूसरों का कहना है कि उनका योगदान उन्हें इस उच्च सम्मान के लायक बनाता है।
सामाजिक पहलुओं का मूल्यांकन:
लालकृष्ण आडवाणी जी ने न केवल राजनीतिक, बल्कि सामाज
जिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने सामाजिक सुधारों, समाज में सामंजस्य और एकता के प्रति अपनीसंवेदनशीलता का सबूत दिया है। उनके द्वारा प्रमोट किए गए सामाजिक और आर्थिक मुद्दे दरअसल उनके सामाजिक सोच औरदेशभक्ति को दर्शाते हैं।
समर्थन और आपत्काल में:
हाल ही में, विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक विवादों के बावजूद, आडवाणी जी को भारत रत्न के लिए समर्थन बढ़ा है। समर्थक यहदावा करते हैं कि उनकी योगदानपूर्ण और लम्बी सेवा के कारण उन्हें इस सम्मान की हकदारी है।
समाप्ती:
इस बारीकी से जुड़े हुए, लालकृष्ण आडवाणी जी को भारत रत्न से सम्मानित करने का सवाल एक बड़े सामाजिक और राजनीतिकविचार-मंथन की शुरुआत कर सकता है। उनका योगदान भारतीय समाज और राजनीति में अद्वितीय है, और उन्हें इस उच्च सम्मान केसाथ पुनर्मूल्यांकन करने का विचार किया जा रहा है। आखिरकार, इस मुद्दे पर चर्चा करने से हमें भारतीय राजनीति और समाज कीमूल्यवादी दृष्टिकोण से सीख मिलती है, और यह देखने को मिल सकता है कि कैसे समाज स्वयं को अपने नेताओं के साथ जोड़ रहा हैऔर कैसे वह उन्हें मान्यता प्रदान करने का संघर्ष कर रहा है।
bahut acha kaam Kiya sarkar ne
ReplyDeleteGood Design
ReplyDeleteGreat leader of all time In India like a talented ji
ReplyDeletejab tk sakriye rajniti me the table mil jana chahiye tha
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